कमल किशोर जैन
मेरी ये ज़िंदगानी अधूरी सी है तुम्हारे बिना,
इसे पूरा कर दो... बस ये एहसान कर दो..
तुम्हारे आने भर से ये दरो दीवार घर बन जाएँगे..
तुम्हारे आने से ये अधूरापन पूरा हो जाएगा
यहाँ तुम पर शक करके कोई तुम्हे छोटा नही बनाएगा,
...ना यहाँ तुमसे कोई सवाल होंगे, ना ही उनके जवाब माँगे जाएँगे,
फिर ये ज़िंदगी यूँ ही गुजर जाएगी तमाम मुश्किले बस आसां होगी..
ये सब मुमकिन होगा.... बस तुम एक बार हाँ कह दो...
मेरी ज़िंदगानी अधूरी ही है... इसे पूरा कर दो...



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